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मूंग दाल कचौड़ी रेसिपी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी |

Tarla Dalal
06 March, 2020


Table of Content
About Moong Dal Kachori
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Ingredients
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Methods
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आटा बनाने के लिए
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मूंग दाल का भरवां मिश्रण बनाने के लिए
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मूंग दाल कचौड़ी बनाने के लिए
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Nutrient values
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मूंग दाल कचौड़ी रेसिपी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी | moong dal kachori recipe in hindi language | with 28 amazing images.
मूंग दाल कचौरी एक लिप-स्मौकिंग डिश है, जो सीधे स्वादों की भूमि राजस्थान से आती है और इसे राजस्थानी मूंग दाल कचौरी या खस्ता कचौरी भी कहा जाता है। राजस्थानी लोग मूंग दाल कचौरी का आनंद या तो नाश्ते के लिए या शाम के त्वरित नाश्ते के रूप में लेते हैं, इसे चाट भी बनाया जा सकता है और किसी भी भोजन के साथ साइड डिश के रूप में परोसा जा सकता है।
एक उत्तम कचौरी वह होती है जो बाहर से फूली हुई और खस्ता हो लेकिन अंदर से खोखली हो क्योंकि भरावन परत से चिपका रहता है। यहां बताया गया है कि अपनी रसोई में ऐसी आदर्श राजस्थानी मूंग दाल कचौरी कैसे बनाएं। यह रेसिपी जटिल और कठिन लग सकती है लेकिन मुझ पर विश्वास करें, यह नहीं है। एक बार जब आप इसमें महारत हासिल कर लेते हैं और इसे समझ लेते हैं, तो आप इसे बहुत जल्दी बना सकते हैं।
मूंग दाल कचौरी एक बेहद स्वादिष्ट नाश्ता है, जो उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय है और यह सबसे पसंदीदा स्ट्रीट फूड में से एक भी है। स्वादिष्ट मूंग दाल के मिश्रण को भरावन के रूप में इस्तेमाल करके, इस कचौरी को धैर्यपूर्वक धीमी आंच पर डीप-फ्राई किया जाता है ताकि वह स्वादिष्ट कुरकुरा बाहरी परत और खोखला, अच्छी तरह से पका हुआ अंदरूनी भाग प्राप्त कर सके।
मूंग दाल कचौरी की सही बनावट पाने का रहस्य धीमी आंच पर तलना है। इन कचौरी को तलते समय आपको धैर्य रखना होगा ताकि सही बनावट मिल सके, जो खस्ता होने के साथ-साथ नरम भी हो। मोयन "पिघला हुआ घी" जो आटा गूंथते समय मिलाया जाता है, वह भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मोटाई पाने में मदद करता है और इसे खस्ता भी बनाता है।
मूंग दाल कचौरी को 2 से 3 दिनों तक ताज़ा और हवा-बंद डिब्बे में रखा जा सकता है। परोसने से ठीक पहले, कचौरी को ओवन में लगभग 7 से 10 मिनट तक गरम करें, उन्हें दही और चटनी से भरें और परोसें!
मूंग दाल कचौरी को हरी चटनी और मीठी इमली की चटनी के साथ परोसें।
नीचे विस्तृत स्टेप-बाय-स्टेप रेसिपी फोटो और वीडियो के साथ मूंग दाल कचौरी | राजस्थानी मूंग दाल कचौरी | खस्ता कचौरी | स्ट्रीट-स्टाइल मूंग दाल कचौरी | का आनंद लें।
Tags
Soaking Time
२ घंटे
Preparation Time
10 Mins
None Time
20 Mins
Baking Time
0 Mins
Baking Temperature
0
Sprouting Time
0
Total Time
30 Mins
Makes
12 कचौड़ी
सामग्री
मूंग दाल कचौड़ी आटे के लिए
2 कप मैदा (plain flour , maida)
1/4 कप घी (ghee)
नमक (salt) स्वादअनुसार
मूंग दाल भरवां मिश्रण के लिए
1/2 कप पीली मूंग दाल (yellow moong dal) , २ घंटो के लिए भिगोकर छानी हुई
3 टेबल-स्पून तेल ( oil )
1 टी-स्पून जीरा ( cumin seeds, jeera)
1/4 टी-स्पून हींग (asafoetida, hing)
1 टी-स्पून अदरक-हरी मिर्च की पेस्ट (ginger-green chilli paste)
1 टी-स्पून लाल मिर्च का पाउडर (red chilli powder)
1 टी-स्पून गरम मसाला (garam masala)
नमक (salt) स्वादअनुसार
1 टेबल-स्पून अमचूर (dried mango powder (amchur)
2 टेबल-स्पून बेसन ( besan )
मूंग दाल कचौड़ी के लिए अन्य सामग्री
तेल ( oil ) , तलने के लिए
विधि
आटे के लिए
- सभी सामग्री को एक गहरे बाउल में मिला लें और ज़रुरत मात्रा में गुनगुने पानी का प्रयोग कर हल्का नरम आटा गूँथ लें।
- आटे को गीले सूती कपड़े से ढ़ककर 15 मिनट के लिए रख दें।
मूंग दाल भरवां मिश्रण के लिए
- एक चौड़े नॉन-स्टिक पॅन मे तेल गरम करें, ज़ीरा और हींग डालकर मध्यम आँच पर कुछ सेकन्ड तक भुन लें।
- मूंग दाल डालकर मध्यम आँच पर 1 मिनट के लिए भुन लें।
- अदरक-हरी मिर्च का पेस्ट, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, नमक और 1/4 कप पानी डालकर अच्छी तरह मिला लें। ढ़क्कन से ढ़ककर मध्यम आँच पर 5 से 7 मिनट के लिए, बीच-बीच में हिलाते हुए पका लें।
- आँच से हठा लें, बेसन, गरम मसाला और अमचूर डालकर अच्छी तरह मिला लें।
- भरवां मिश्रण को 12 भाग में बाँट लें और ठंडा करने के लिए एक तरफ रख दें।
आगे बढ़ने कि विधी
- मूंग दाल की कचौड़ी बनाने के लिए , आटे को 12 भाग में बाँट लें।
- आटे के प्रत्येक भाग को 63 मिमी. (21/2") व्यास के गोल आकार में बेल लें।
- मूंग दाल भरवां मिश्रण के 1 भाग को बीच में रखें।
- सभी किनारों को बीच मे साथ लाकर अच्छी तरह बंद कर लें और बचा हुआ आटा निकाल लें।
- भरे हुए हिस्से को हल्के से ७५ मिमी। (३") व्यास के गोल आकार में बेल लें, भरवां मिश्रण बाहर नहीं आये यह सुनिश्चित करें। कचौड़ी के बीच के भाग को अपने अंगूठे से हल्का दबा लें।
- विधी क्रमांक २ से ५ को दोहराकर ११ और कचौड़ी बना लें।
- एक गहरी नॉन-स्टिक कढ़ाई में तेल गरम करें और एक बार में ६ मूंग दाल कचौड़ी डालकर मध्यम आँच पर ४ मिनट के लिए तलें, फिर आँच को धिमा करके ५-६ मिनट के लिए तलें।
- मूंग दाल कचौड़ी को तेल सोखने वाले कागज़ पर निकाल लें।
- विधी क्रमांक ७ को दोहराकर ६ और कचौड़ी तल लें।
- मूंग दाल कचौड़ी को तुरंत परोसें।
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मूंग दाल कचौरी के लिए आटा तैयार करने के लिए | मूंग दाल कचौड़ी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी | moong dal kachori recipe in hindi | एक गहरे कटोरे में मैदा लें। अच्छी तरह से खस्ता कचौरी पाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले मैदे के सादे आटे का उपयोग करें। खस्ता कचौरी को सेहतमंद बनाने के लिए आधा मैदे का आटा और आधा गेहूं का आटा इस्तेमाल करें।
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स्वादानुसार नमक डालें।
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घी डालें। घी को डालडा या तेल से बदला जा सकता है।
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सभी सामग्रियों को मिलाएं और ब्रेडक्रंब जैसी बनावट पाने के लिए अच्छी तरह मिलाएं।
- आटा गूँथ ने के लिए धीरे-धीरे पानी डालें।
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पर्याप्त पानी का उपयोग करके ज्यादा नरम नहि और ज्यादा कडकनहि एसा आटा गूँथ लें।
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आटे को एक गीले मलमल के कपड़े से ढक कर १५ से २० मिनट के लिए अलग रख दें।
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मूंग दाल कचौरी के लिए आटा तैयार करने के लिए | मूंग दाल कचौड़ी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी | moong dal kachori recipe in hindi | एक गहरे कटोरे में मैदा लें। अच्छी तरह से खस्ता कचौरी पाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले मैदे के सादे आटे का उपयोग करें। खस्ता कचौरी को सेहतमंद बनाने के लिए आधा मैदे का आटा और आधा गेहूं का आटा इस्तेमाल करें।
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मूंग दाल कचौड़ी के लिए भरवां मिश्रण बनाने के लिए, पीली मूंग दाल को पर्याप्त पानी में धोकर भिगो दें।
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ढक्कन से ढक कर २ से ३ घंटे तक भिगोने के लिए अलग रख दें।
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भिगोने के बाद, एक छलनी का उपयोग करके मूंग दाल को छान लें।
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भिगोई और छानी हुई मूंग दाल को मिक्सर जार में डालें।
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मूंग दाल को पानी का उपयोग किए बिना मिक्सर में दरदरा पीस लें। एक तरफ रख दें।
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मूंग दाल को तड़का लगाने के लिए, एक चौड़े नॉन-स्टिक पैन में तेल गरम करें।
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तेल गरम होने पर जीरा डालें।
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जब जीरा चटकने लगे तभी हींग डालें।
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पीली मूंग दाल का मिश्रण डालें।
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अच्छी तरह से मिलाएं और मध्यम आंच पर कुछ सेकंड के लिए पकाएं।
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अदरक-हरी मिर्च की पेस्ट डालें।
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एक स्वादिष्ट स्वाद के लिए अमचूर पाउडर डालें। वैकल्पिक रूप से, आप नींबू का रस, अनारदाना पाउडर या चाट मसाला भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
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मिर्च पाउडर डालें। तीखेपन की मात्रा आप अपनी पसंद के अनुसार कम - ज्यादा कर सकते हैं।
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गरम मसाला डालें। हमने घर के बने गरम मसाले का उपयोग किया है।
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नमक और बेसन डालें। बेसन अतिरिक्त गीलेपन को सोख लेगा और दाल के मिश्रण को सुखा बनाने में मदद करेगा, जिससे कचौड़ी को स्टफ करने में आसानी होगी।
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मूंग दाल को मध्यम आंच पर लगातार हिलाते हुए ४ से ५ मिनट तक या हल्का सुनहरा होने तक पकाएं। इस चरण में मसालो के स्वाद को चख लें, वरना आपको बेस्वाद कचौरी मिल जाएगी।
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एक प्लेट में निकाल कर पूरी तरह से ठंडा करें।
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मूंग दाल कचौड़ी के लिए भरवां मिश्रण बनाने के लिए, पीली मूंग दाल को पर्याप्त पानी में धोकर भिगो दें।
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मूंग दाल कचौरी बनाने के लिए | मूंग दाल कचौड़ी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी | moong dal kachori recipe in hindi | आटे को १२ बराबर भागों में विभाजित करें।
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आटा के प्रत्येक भाग को ७५ मिमी। (३") व्यास के गोल आकार में बेल लें।
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मूंग दाल के भरवां मिश्रण के १ भाग को बीच में रखें।
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पोटली जैसा आकार बनाने के लिए सभी पक्षों को एक साथ लाएं।
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इसे अच्छी तरह बंद करें और अतिरिक्त आटे को निकल कर, हल्के से दबाएं।
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भरे हुए हिस्से को हल्के से ६३ मिमी। (२ १/२") व्यास के गोल आकार में बेल लें, भरवां मिश्रण बाहर नहीं आये यह सुनिश्चित करें। बहुत हलके से रोलिंग करे नहि तो कचौरी टूट जाएगी।
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कचौड़ी के बीच के भाग को अपने अंगूठे से हल्का दबा लें।
- चरण २ से ७ को दोहरा कर ११ और कचौड़ी बना लें । इसे गीले मलमल के कपड़े से ढक दें, ताकी कचौड़ी सुख न जाए।
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मूंग दाल कचौरी तलने के लिए, एक गहरी नॉन-स्टिक कढाई में मध्यम आँच पर तेल गरम करें और सावधानी से एक बार में ३ कचौड़ी डालें। कढाई में तलने के लिए कचौरी को कम या ज्यादा डालना उसके आकार पर निर्भर करता हैं, बस यह सुनिश्चित कर लें कि आप कड़ाही में ज्यादा कचौरी न डालें, क्योंकि यह तेल के तापमान को कम कर सकता हैं।
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धीमी आंच पर ८ मिनट के लिए डीप फ्राई करें, उन्हें बीच-बीच में हिलाते रहें। कचौरी को तेल मे डालने से पहले, आटे के एक छोटे से हिस्से को गिराकर तेल के तापमान को जाँच लें। यदि वह जल्दी से ऊपर आता है, तो तेल बहुत गरम है और यह कचौरी को जल्दी से सुनहरा कर देगा और कचौरी अंदर से कच्चे रह जायेगी। अगर इसमें बहुत समय लगता है, तो तेल पर्याप्त गरम नहीं हुए है और इससे कचोरी बहुत सारा तेल सोख लेगी। आपको तलने की प्रक्रिया के दौरान तेल के तापमान को नियंत्रित करना आवश्यकता है।
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चारों ओर से सुनहरे भूरे रंग का होने तक तले।
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राजस्थानी खस्ता कचौड़ी को सोखने वाले कागज़ पर निकाल लें।
- चरण ९ से १२ को दोहरा कर और ९ मूंग दाल कचौड़ी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी | moong dal kachori recipe in hindi | को तल लें।
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मूंग दाल की कचौरी को हरी चटनी और इमली की चटनी के साथ गरमा गरम परोसें!
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मूंग दाल कचौरी बनाने के लिए | मूंग दाल कचौड़ी | राजस्थानी खस्ता कचौड़ी | दाल भरी खस्ता कचौरी | moong dal kachori recipe in hindi | आटे को १२ बराबर भागों में विभाजित करें।
पोषक मूल्य प्रति (Abbrv) per kachori
ऊर्जा | 195 कैलरी |
प्रोटीन | 4.1 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 18.8 ग्राम |
फाइबर | 0.9 ग्राम |
वसा | 11.5 ग्राम |
कोलेस्ट्रॉल | 0 मिलीग्राम |
सोडियम | 5.2 मिलीग्राम |
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