• लादी पाव आमतौर पर खाने के साथ खाया जाता है, खासतौर पर मुम्बई में।
• मक्ख़न में सेके हुए लादी पाव को गरमा गरम तीखी भाजी के साथ परोसा जा सकता है, जिसे मशहुर पाव भाजी कहते हैं।
• दुसरा मनपसंद वड़ा पाव, एक सवादिष्ट और तीखा महाराष्ट्रियन नाश्ता है, जहाँ तले हुए आलू से बने वड़े को स्लाईस किये हुए लादी पाव के बीच लहसुन की चटनी लगाकर सेन्डविच किया जाता है।
• दाबेली जिसे डबल रोटी भी कहा जाता है, एक पसंदीदा गुजराती नाश्ता है, जहाँ कच्चे केले या आलू के भरवां मिश्रण को पाव के बीच मसाले और चटनी के साथ रखा जाता है।
• लादी पाव को मक्ख़न में तलकर स्वादिष्ट मसाला पाव बनाया जा सकता है, जिसमें थोड़े मसाले या नींबू डाला जाता है।
• पाव को 6 या 7 चौकोर टुकड़े में काटकर थोड़े तेल में भुन लें। नमक और अन्य मसाले डालकर स्वादिष्ट नाश्ता बनाऐं।
• लादी पाव का प्रयोग बर्गर बनाने के लिए बर्गर बन की जगह भी किया जाता है।
लादी पाव, बन पाव संग्रह करने के तरीके
• लादी पाव को ताज़ा खाना बेहतर होता है।
• फिर भी, अआप बचे हुए लादी पाव को प्लास्टिक फिल्म में लपेटकर ब्रेड बॉक्स् में रखकर कम समय के लिए फ्रिज में रख सकते हैं।
• गरम और नमी युक्त जगह पर रखी गई लादी पाव पर फफूंद लग सकती है। इसलिए ऐसे वातावरण से दूर रखें।
लादी पाव, बन पाव के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of ladi pav, pav, bun pav in Hindi)
• चूंकी यह मैदा से बनता है, इसमें सिम्पल कार्बोहाईड्रेट की मात्रा ज़्यादा होती है और इसलिए यह एक स्वस्थ विकल्प नहीं है।
• लादी पाव में कम मात्रा में प्रोटीन भी होता है।