काबुली चने ( Kabuli chana )
Last Updated : Oct 03,2024


काबुली चने क्या है ? ग्लॉसरी, इसका उपयोग,स्वास्थ्य के लिए लाभ, रेसिपी
Viewed 60670 times

अन्य नाम
छोले चना

काबुली चना, छोले चना क्या है?


काबुली चना सबसे पहले उत्तपन्न कि हुई दाल है। यह आकार मे छोटा, कड़क, भूरे रंग का बीन है जिसका गोल आकार एक सेन्टीमीटर से भी कम होता है। यह दिखने मे मुरझाया हुआ हेज़लनट जैसा दिखता है। इसका स्वाद नटी और मलाईदार होता है, कड़ा रुप और इसमे प्रसतुत कम वसा कि मात्रा इसे बेहतरीन खास्य पदार्थ बनाती है।देसी काबुली चने छोटे और कड़े होते है और इनका रंग पीला, हरा, हल्का भूरा या काला भी हो सकता है।

उबले हुए काबुली चने (boiled kabuli chana)
काबुली चने को रातभर पानी मे भिगो दें। यह अपने आकार से 2-3 गुना फूल जायेंगे। नमक मिलाकर तेज़ आँच पर 10 मोनट तक प्रैशर कुक करें। आँच धिमी कर 15 मिनट और पकायें। इसके अलावा, ढ़के हुए बर्तन मे भी आप इसे पका सकते है। पकने के बाद, आँच से हठा लें। ठंडा करने के बाद, ज़रुरत अनुसार प्रयोग करें। इसके पकने का समय पकाने के तरीके पर निर्भर करता है।
भिगोया हुआ और दरदरा क्रश किया हुआ काबुली चना (soaked and coarsely crushed kabuli chana)
धोकर काबुली चने को रातभर पानी मे भिगो दें। यह अपने आकार से 2-3 गुना फूल जायेंगे। सारा पानी छानकर एक और बार धोयें और भिगे हुए काबुली चनो को मिक्सर मे पीसकर दरदरा मिश्रण बना लें। इस मिश्रण का प्रयोग टिक्की, वॉफल, आदि बनाने मे करें।
भिगोया हुआ और आधे उबला हुआ काबुली चना (soaked and parboiled kabuli chana)
काबुली चना को धोकर पर्याप्त पानी में रात भर भिगो दें। यह मूल आकार से लगभग तीन गुना बढ़ जाएंगे। फिर छान लें। उबलते पानी में नमक डालकर 8 से 10 मिनट तक पकाएं। जब हो जाए तो आंच से उतार लें और अच्छी तरह से छान लें। थोड़ी देर ठंडा होने दें और आवश्यकतानुसार उपयोग करें।
भिगोए हुए काबुली चने (soaked kabuli chana)
काबुली चने को रातभर पानी मे भिगो दें। यह अपने आकार से 2-3 गुना फूल जायेंगे। इसका प्रयोग सलाद, चाट, सब्ज़ी, पुलाव और अन्य प्रकार के मज़ेदार व्यंजन बनाने मे करें। अअप इसे और बी लंबे समय तक भिगो कर कुछ दिनों तह फ्रिज मे रखकर ज़रुरत अनुसार प्रयोग करें।
अंकुरित काबुली चने (sprouted kabuli chana)
काबुली चने को धोकर रात भर भरपुर पानी मे भिगो दें। पानी छानकर चने निकालकर रख दें। चपटे बाउल या सॉसर मे 100% गीला सूती का कपड़ा रखें। भिगे हुए चने कपड़े पर फैला लें। इसी प्रकार के दुसरे कपड़े से ढ़क दें। अगर कपड़ा बड़ा है तो उसी कपड़े से ढ़क लें। बर्तन को सूखी गहरे रंग कि जगह पर रखें। आपके रसोई का कपबोर्ड सबसे उयुक्त जगह है। 12 घंटे के बाद, कपड़े पर थोड़ा पानी छिड़के। चने से अंकुर निकलने के बाद, निकालके ज़रुरत अनुसार प्रयोग करें।

काबुली चना, छोले चना चुनने का सुझाव (suggestions to choose kabuli chana, chickpeas, garbanzo, chole chana)


• काबुली चना एक बहु उपयोगी सामग्री है जो प्रोटीन का बेहतरीन स्तोत्र है। इसलिये हमेशा थोड़ी मात्रा मे बनाकर रखें।
• काबुली चने साल भर कॅन्ड या सूखे रुप मे मिलते है।
• कॅन्ड काबुली चने को 5 साल तक रखा जा सकता है, और सूखे काबुली चने को हवा बंद डब्बे मे रखकर रखा जा सकता है।
• पकाने के बाद, काबुली चने को ढ़ककर फ्रिज मे कुछ दिनो तक रखा जा सकता है।

काबुली चना, छोले चना के उपयोग रसोई में (uses of kabuli chana, chickpeas, garbanzo, chole chana in Indian cooking)


काबुली चना का उपयोग कर भारतीय व्यंजन | Indian recipes using kabuli chana |

1. छोले एक बहुत ही लोकप्रिय छोले चाट है जिसे पंजाबी चना मसाला भी कहा जाता है। कौन छोले के स्वाद और लुभावने सुगंध का विरोध कर सकता है? एक लोकप्रिय चाट जो पूरे देश में प्रसिद्ध है, और अब पूरे विश्व में, छोले में उबले हुए सफेद छोले होते हैं, जो मसाले की के साथ, विशेष रूप से प्याज, अदरक और लहसुन के साथ स्वादिष्ट बनाए जाते है।

2. एक मज़ेदार स्वादिष्ट चाट जिसे देश भर में पसंद किया जाता है और अब विश्व भर में इस छोले-टिक्की चाट का मज़ा सड़को के किनारे स्टॉल में लिया जाता है, लेकिन घर पर अपने परिवार वालो के लिए या पार्टी के लिए इसे बनाने का अपना अलग मज़ा है। 

3. छोले समोसा चाट रेसिपी एक प्रसिद्ध दिल्ली रोडसाइड छोले समोसा चाट है। हम आपको दिखाते हैं कि छोले कैसे बनाते हैं और फिर छोले समोसा चाट बनाने की विधि के बारे में बताते हैं।

4. पिंडी छोले पंजाबी भोजन की सूची कि एक क्लासिक डिश है, जो मसाले और अदरक, लहसुन, टमाटर और प्याज जैसी अन्य सामग्री के के साथ एक बड़ी स्वादिष्ट डिश है, पिंडी छोले का एक अनूठा स्वाद और सुगंध होता है।


6. छोले भटूरे की मेरी सबसे पुरानी यादें हैं, जिन्हें मैंने मुंबई के एक लोकप्रिय भोजनालय में "क्रीम सेंटर" में खाया था। पूछताछ करने पर, मुझे बताया गया कि छोले और मसालों को एक साथ घंटों के लिए उबाल दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में मुंबाई आज भी खुश हैं!

काबुली चना का उपयोग करके अंतर्राष्ट्रीय व्यंजनों | ​International recipes using kabuli chana | 

1. ह्यूमस : मैं अपनी भारतीय रसोई में 20 साल से अधिक समय से ह्यूमस ह्यूमस लेबनानी डिप स्नान कर रहा हूं। यह भारतीयों के लिए अनुसरण करने के लिए एक आसान, सरल भारतीय स्टाइल ह्यूमस रेसिपी है, क्योंकि हमारी रसोई में हमेशा छोले होते हैं।

2. फलाफल एक पसंदीदा लेबनानी व्यंजन है जिसे एक शानदार नाश्ते के रूप में या फिर संपूर्ण भोजन के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।


• भोगोये या पके हुए काबुली चने किसी भी व्यंजन के लिये बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक होते है।
• पके और मसले हुए काबुली चने को गोल आकार मे बनाकर फलाफल मे तला जा सकता है, तेल और मसालों के साथ मिलाकर हुमुस बनाया जा सकता है या इसका घोल बनाया जा सकता है और विभिन्न प्रकार के व्यंजन मे बेक कर सकते है।
• संपूर्ण पके हुए काबुली चने को सलाद, सूप और स्ट्यू मे मिलाया जा सकता है।
• काबुली चने मे चम्मच भर दही मिलाकर इसके प्रोटीन कि मात्रा बढ़ायें।
• भिगोये और अंकुरित काबुली चनों को सलाद मे मिलाया जा सकता है।
• ब्रैड के साथ यह बेहतरीन व्यंजन बनाता है।
• आप अपने सूप मे कुछ पके हुए काबुली चने मिला सकते है।
• उबालकर पके हुए चावल मे मिलाकर अपनी पसंद के मसालों के साथ मिलाकर स्वादिष्ट संपूर्ण आहार बनायें।
• ज़ीरा, टमाटर, लहसन, मिर्च और अदरक मिालयें। अंत में थोड़ा गरम मसाला और दही या नींबू का रस मिलाकर स्वादिष्ट सब्ज़ी बनायें।

काबुली चना, छोले चना संग्रह करने के तरीके 


• सूखे बीन्स को हमेशा समान्य तापमान मे सूखे बर्तन मे रखें।
• सूखे बीन्स को फ्रिज मे ना रखें।
• पकाने के बाद, बीन्स को ढ़ककर फ्रिज मे लगभग 5 दिनो तक रखा जा सकता है और हवा बंद डब्बे मे रखकर 6 महीनों तह फ्रीज़र मे रखा जा सकता है।
• बीन्स का प्रयोग सालभर के अंदर करना चाहिए। इसके बाद यह अपनी नमी खो देते है जिससे इन्हे भिगोने और पकाने मे ज़्यादा समय लगता है।
• बीन्स को पकाने से पहले हमेशा छानकर किसी बी प्रकार के पत्थर या कंकड़ को हाथों से निकाल लें।

काबुली चना, छोले चना के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of kabuli chana, chickpeas, garbanzo, chole chana in Hindi)

 

काबुली चना (Benefits of Kabuli Chana, white chick peas in Hindi): काबुली चना जो भारत में चोले में लोकप्रिय रूप से इस्तेमाल किए जाते हैं, यह एक काम्प्लेक्स कार्ब्स हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि को रोकते हैं और मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे होते हैं। काबुली चना फाइबर में उच्च होते हैं जिसके परिणामस्वरूप आपके पेट को परिष्कृत कार्ब्स (refined carbs) की तुलना में बहुत अधिक भरा हुआ महसूस होता है। एक कप पके हुए काबुली चना में 14 ग्राम प्रोटीन होता है, जो वास्तव में बहुत अच्छी मात्रा होती है। काबुली चना के 10 फ़ायदों के लिए यहाँ पढें।

 काबुली चने ज़िन्क, फोलेट और प्रोटीन का अच्छा स्तोत्र है।
• इनमे रेशांक कि मात्रा भी ज्यादा होती है और इसलिये यह पौष्टिक माने जाते है, खासतौर पर मधुमेह से पीड़ीत व्यक्ति के लिये।
• काबुली चना मे वसा कि मात्रा कम होती है जिसमे से अधिक्तर पौलिअनसैच्यूरेटड वसा होता है।
• यह प्राकृतिक रुप से प्रोटीन से भरपूर होते है जो मज़बूत माँसपेशी और शरीर के लिये लाभदायक होता है।
• यह पचाने मे आसान नही होते और इससे गैस हो सकती है। इसलिये ठंड के मौसम मे इसे ना खायें। इसके भारीपन कि वजह से इसका सेवन बच्चे और वृद्ध को कर गैस कि तकलीफ हो सकती है।

कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स of काबुली चना, छोले चना
काबुली चने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 28 होता है, जो कम गिना जाता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स का मतलब आपके रोज़ के खाने में पाए जाने वाला कार्बोहाइड्रेट युक्त पदार्थ आपके रक्त शर्करा या ग्लूकोज़ के स्तर को कितनी तेज़ी से बढता है उसका क्रम होता है। 0 से 50 तक के खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, 51 से 69 तक के खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम होता है और 70 से 100 तक का ग्लाइसेमिक इंडेक्स उच्च माना जाता है। उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले पदार्थ वजन घटाने और मधुमेह के लिए उपयुक्त नहीं होते। काबुली चने जैसे खाद्य पदार्थ जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह धीरे–धीरे अवशोषित होते हैं, इसलिए यह पदार्थ रक्त शर्करा को तुरंत बढ़ने नहीं देते। ऐसे पदार्थ वजन घटाने के लिए और मधुमेह के लिए उपयुक्त होते हैं।




Try Recipes using काबुली चने ( Kabuli Chana )


More recipes with this ingredient....

काबुली चने (57 recipes), भिगोए हुए काबुली चने (5 recipes), अंकुरित काबुली चने (0 recipes), कॅन्ड काबुली चने (0 recipes), उबले हुए काबुली चने (42 recipes), भिगोया हुआ और दरदरा क्रश किया हुआ काबुली चना (1 recipes), भिगोया हुआ और आधे उबला हुआ काबुली चना (0 recipes)
Subscribe to the free food mailer

Soya

Missed out on our mailers?
Our mailers are now online!

View Mailer Archive

Privacy Policy: We never give away your email

REGISTER NOW If you are a new user.
Or Sign In here, if you are an existing member.

Login Name
Password

Forgot Login / Password?Click here

If your Gmail or Facebook email id is registered with Tarladalal.com, the accounts will be merged. If the respective id is not registered, a new Tarladalal.com account will be created.

Are you sure you want to delete this review ?

Click OK to sign out from tarladalal.
For security reasons (specially on shared computers), proceed to Google and sign out from your Google account.

Reviews